4 Nov 2014 सुबह 7 बजे जब सरकारी विधालय के प्रांगण में प्रवेश किया, तब समझ में नहीं आ रहा था कि विधालय प्रांगण को साफ़ -सुथरा कैसे बनाया जाए? चारों तरफ मिट्टी के बड़े बड़े टीले, देसी खिंप ,बबूल के पेड़ एवं झाड़ियाँ चार्रों तरफ से विधालय को घेर रखा था. गांव की युवा टीम ने बिना कुछ विचार किये हुए काम शुरू कर दिया था. तब से लेकर अब तक लगभग ढाई साल तक हम आस – पास के गाँवो के सरकारी विधालयों के बराबर से आये है और विधालय को सामान्य बनाने के लिये लगभग सवा लाख रुपये का खर्चा ग्रामीणों के सहयोग से जुटाकर विधालय के निर्माण कार्य में लगाया है.
विधालय में किया गया निर्माण कार्य :
1.मीठे पानी से जोड़ा गया
2.एक साफ सुथरा ग्राउंड का निर्माण
3.उच्च प्राथमिक विधालय से उत्कृष्ट विधालय में सम्मिलित करवाना
4.चारदीवारी का निर्माण कार्य करवाना एवं
5.स्कूल में सामने cc ब्लॉक का निर्माण कार्य
6.स्कूल के ग्राउंड में 2 झूले (बच्चों के लिये ) के निर्माण कार्य प्रगति पर है
7.कक्षा 7 एवं 8 के विधार्थियों के लिये बैठने के लिये टेबल कुर्सी की व्यवस्था करवाने के कार्य प्रगति पर है
8 विधालय परिसर में लगभग 100 रंग बिरंगे पौधे लगाने का कार्य
9 विधालय में नियमित SMC की नियमित बैठक करवाने का कार्य
10 विधालय के प्रति गांव के लोगों को जागरूक करके एवं हर 15 अगस्त एवं 26 जनवरी को कार्ड छपवाकर विधालय प्रागंण में आमन्त्रित करना
विधालय को चमन करने के लिये आगामी साल का लक्ष्य :
1) विधालय प्रांगण में वाटर कूलर की व्यवस्था करना
2) खेल मैदान का निर्माण कार्य करवाना
3) स्कूल को माध्यमिक में क्रमोन्नत करवाने हेतु एवं उपरोक्त अध्यापकों की व्यवस्था करवाने हेतु
4) बचे हुए कमरों में टेबल कुर्सी की व्यवस्था करना
5)प्रार्थना स्थल का निर्माण
6)स्कूल में चारदीवारी के आस -पास पेड़ -पौधे लगाने का कार्य
जय हिन्द